आर्मेचर रिएक्शन क्या होता है?

आर्मेचर रिएक्शन

जब किसी डीसी जनरेटर पर विद्युत लोड डाला जाता है तो आर्मेचर में विद्युत धारा बहने लगता है जिसके कारण उसके चारों तरफ एक फ्लक्स उत्पन्न हो जाता है जो पोल से निकलने वाले मुख्य चुंबकीय फ्लक्स को प्रभावित करता है इस प्रकार आर्मेचर फ्लक्स का मुख्य फ्लक्स को प्रभावित करने की घटना को आर्मेचर रिएक्शन कहते है।

             
आर्मेचर रिएक्शन के द्वारा फील्ड पोल का चुंबकीय फ्लक्स कम हो जाता है जिसके कारण आर्मेचर में उत्पन्न होने वाले की EMF का मान कम हो जाता है।
आर्मेचर रिएक्शन दो प्रकार के होते हैं

1- वी चुंबकन (de magnetizing)

इस प्रभाव में आर्मेचर फ्लक्स, मुख्य फ्लक्स को वीचुंबकीत या  दुर्बल कर देता है।


2- क्रॉस- चुम्बकन( cross magnetizing)

इस प्रभाव में आर्मेचर फ्लक्स मुख्य फ्लक्स को क्रॉस- चुंबकीय या विकृति(distort) कर देता है।


आर्मेचर रिएक्शन दूर करने की विधियां

आर्मेचर रिएक्शन निम्न विधि द्वारा दूर किया जा सकता है-
1- अतिरिक्त एंपियर टर्न द्वारा
2- वायु अंतराल बढ़ाकर
3- समकारी कुंडलिनी द्वारा
4- इंटरपोल द्वारा

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