Transformer को डीसी(D C ) पर क्यों प्रयोग नही किया जाता है ?

क्या ट्रांसफार्मर को डीसी(D C ) पर प्रयोग किया जा सकता है या नहीं?

 ट्रांसफॉर्मर डीसी(DC) पर किया जा सकता है या नहीं इसको समझने के लिए सबसे पहले हमें एसी(AC) और डीसी(DC) करंट के बारे में समझना होगा। जैसा कि हम एसी और डीसी करंट के बारे में जानते हैं कि एसी करंट में फ्लक्स से लगातार बदलते रहते हैं और डीसी में फ्लक्स एक सीधी रेखा में अर्थात अपरिवर्तित रहते हैं जिसे निम्न चित्र की सहायता से समझा जा सकता है-
   

उपरोक्त चित्र से यह स्पष्ट है कि ऐसी करंट का परिमाण और आयाम लगातार परिवर्तित होता है और जबकि डीसी करंट का परिमाण और आयाम स्थिर होता है जो एक सीधी रेखा में दिखाया गया है।


क्या होगा यदि ट्रांसफार्मर को DC सप्लाई से जोड़ दे


अब यदि ट्रांसफार्मर के प्राइमरी वाइंडिंग को डीसी सप्लाई से जोड़ देते हैं तो वाइंडिंग में फ्लक्स तो उत्पन्न होगा परंतु फ्लेक्स अपरिवर्तनशील होगा जिसके कारण सेकेंडरी वाइंडिंग में कोई फ्लक्स नहीं कटेगा और कोई भी विद्युत वाहक बल(EMF) उत्पन्न नही होगा। (स्विच ऑन करने पर बहुत ही थोड़े समय के लिए EMF उत्पन्न होगा) इस प्रकार ट्रांसफार्मर डीसी वोल्टेज पर आउटपुट नहीं देता है। इसके अलावा यदि ट्रांसफार्मर को डीसी सप्लाई से जोड़ते है तो ट्रांसफार्मर को क्षति पहुंच सकती है क्योंकि ऐसा करने से प्रायमरी बाइंडिंग में कोई पश्यगामी (lagging) EMF प्रेरित नहीं होगा और वाइंडिंग सप्लाई से बहुत अधिक लेने लगेगी, जिसके कारण बहुत अधिक गर्म होकर जल सकती है।


ट्रांसफॉर्मर को AC SUPPLY से जोड़ने पर क्या होता है?


अब यदि ट्रांसफार्मर को एसी सप्लाई से जोड़ दे तो,चूकि इसका फ्लक्स लगातार परिवर्तित होता रहता है इसलिए फ्लेक्स सेकेंडरी वाइंडिंग से कोर के माध्यम से लगातार काटते रहते हैं और लगातार कटटे रहने के कारण सेकेंडरी वाइंडिंग में भी एक विद्युत वाहक बल(EMF) उत्पन्न हो जाता है। जो फैराडे के विद्युत चुम्बकीय प्रेरण के सिद्धान्त से होता है। और यदि सेकेंडरी वाइंडिंग के एक्रॉस कोई लोड लगाते है तो हमको लोड पर आउटपुट प्राप्त हो जाता है।

इस प्रकार ट्रांसफार्मर AC SUPPLY पर कार्य करता है। और DC SUPPLY पर कार्य नही करता है।


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