ट्रांसफार्मर की रेटिंग KVA में क्यों होती है ?


ट्रांसफार्मर की  रेटिंग KVA में क्यों होती है 


ट्रांसफार्मर की  रेटिंग KVA में क्यों होती है KW में क्यों नहीं?

ट्रांसफार्मर एक ऐसी डिवाइस है जिसका इस्तेमाल वोल्टेज और करंट को कम या ज्यादा करने के लिए किया जाता है. इसलिए इसका इस्तेमाल हर जगह किया जाता है छोटे से छोटे उपकरण और बड़े पावर स्टेशन में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है।


ट्रांसफार्मर की  रेटिंग KVA में क्यों होती है ?

 ट्रांसफार्मर की रेटिंग KVA क्यों होती है.और KW में क्यों नहीं । इसे जाने से पहले आपको पता होना चाहिए कि KVA और KW क्या होता है।

असल में ट्रांसफार्मर की पावर रेटिंग VA में बताई जाती है. इसमें K को किलो के लिए लगाया जाता है. जैसे कि किसी वस्तु का भार ग्राम में बताया जाता है. लेकिन अगर वह वस्तु 1 किलो से ज्यादा भारी हो तो उसे किलोग्राम में बताया जाता है. इसी प्रकार ट्रांसफार्मर की रेटिंग को VA में बताया जाता है.

VA = Voltage X Current (Ampere)
W = Voltage X Current (Ampere) X Cos Θ (Power Factor)
Watt में Power Factor) आता है जोकि निर्भर करता है ट्रांसफार्मर से जुड़े Load के ऊपर.जैसा लोड होगा वैसा ही पावर फैक्टर होगा.

लोड तीन प्रकार के होते हैं

1. Resistive (Unity Power Factor)
2. Inductive (Lagging Power Factor)
3. Capacitive (Leading Power Factor)

जब किसी कंपनी द्वारा ट्रांसफार्मर को बनाया जाता है तो उन्हें नहीं पता होता कि इस ट्रांसफार्मर पर किस प्रकार का लोड लगाया जाएगा । क्योंकि ऊपर बताए गए सभी लोड का पावर फैक्टर अलग-अलग होता है. उन्हें सिर्फ ट्रांसफार्मर की आउटपुट वोल्टेज और करंट का पता होता है. इसीलिए ट्रांसफार्मर की पावर रेटिंग VA में बताई जाती है।


दूसरा कारण


इसके अलावा एक और भी कारण होता है. आपको पता ही होगा कि ट्रांसफार्मर में दो प्रकार के Losses होते हैं-



1.Iron Loss (Core Loss) –


 यह लोस ट्रांसफार्मर की कोर के अंदर होता है. यह यह Loss ट्रांसफार्मर में से Follow होने वाली वोल्टेज पर निर्भर करता है. लेकिन ट्रांसफार्मर का इनपुट और आउटपुट वोल्टेज Fix होता है इसीलिए इसमें Core Loss भी Fix होता है.

2. Copper Loss –


 जो कॉपर लॉस होता है वह ट्रांसफार्मर की वाइंडिंग में होता है. ट्रांसफार्मर की वाइंडिंग में से जो करंट Follow होता है.उस करंट की वजह से Heat बनती है. उस Heat को ही हम कोपर लॉस बोलते हैं.तो जो यह कोपर लॉस है वह पूरी तरह करेंट पर निर्भर करता है.
तो जो ट्रांसफार्मर के दोनों Loss हैं वह Volatge और करंट पर निर्भर करते हैं . इसीलिए ट्रांसफार्मर का रेटिंग VA में होता है.




इस पोस्ट में आपने जाना कि ट्रांसफॉर्मर की रेटिंग KVA  में क्यों होती है KW में क्यों नहीं ।
उम्मीद करते हैं कि आपको जानकारी समझ में आ गई होगी अगर आपका कोई अन्य सवाल है सुझाव हो तो नीचे कमेंट करें।
धन्यवाद!!

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