Resistance Colour coading क्या होती है? हिंदी में पूरा वर्णन-


  Colour coding of resistor  

“किसी इलेक्ट्रिकल सर्किट या इलेक्ट्रॉनिक सर्किट में प्रयोग होने वाला वह passive element जोकि सर्किट में प्रतिरोध के विशेष मान को उपलब्ध कराता है, प्रतिरोधक (Resistor) कहलाता है| ”


 Colour coding of resistor  

 की क्यों जरूरत है? 

बाजार में विभिन्न प्रकार के resistor उपलब्ध है|


  • कुछ resistor ऐसे होते हैं जिनके प्रतिरोध  का मान भिन्नात्मक अर्थात  कुछ ओम होता है, जिससे इनका आकार भी छोटा होता है|
  •  कुछ resistor ऐसे होते हैं  जिनके प्रतिरोध का मान बहुत अधिक, मिलियन ओम तक हो सकता है| जो की आकार में बड़े होते हैं|
  •  बड़े आकार के प्रतिरोधकों  पर तो  उनका मान अंकित रहता है जिससे उस अंकित किए गए मान को सरलता से देखा जा सकता है और पढ़ा जा सकता है| लेकिन जो resistor आकार में बहुत छोटे होते हैं उन पर यदि उनका मान लिख दिया जाए तो उस अंकित मान को पढ़ने में समस्या होगी|
  •  इसी समस्या का समाधान करने के लिए कुछ छोटे मान के resistor जैसे carbon resistor और film resistor पर कलर कोडिंग की जाती है ताकि इन resistor के मान को सरलता पूर्वक ज्ञात किया जा सके|

  Colour Coading Resistance कैसे होते हैं?  


किसी resistor के मान को कलर कोडिंग के द्वारा प्रदर्शित करने के लिए resistor पर 3 से लेकर 6 तक पट्टियां हो सकती है परंतु यहां पर हम चार पत्तियों वाले resistor के बारे में पढ़ेंगे|
 
चित्र - A
चित्र - A  में  resistor पर कुछ रंगो की चार पट्टियां A B C और D पेंट की गई  है | इन चारों में से पहले की  तीन पट्टियाँ A, B, और C resistor के मान को दर्शाती हैं तथा चौथी पट्टी resistor की सहनशीलता( tolerance) को दर्शाती हैं|


  Resistor color coading chart  



चित्र - B

Resistance colour code calculation

resistor के मान को ज्ञात करने के लिए सबसे पहले हमें पहले की तीनों पट्टियों A,B और C को देखने की आवश्यकता होती है|
इन तीनों पट्टियों की प्रथम दो पट्टियां resistor के मान के प्रथम दो अंको को प्रदर्शित करती  है|
इन दो अंको को हम Resistor color code chart से देख कर  रंगो के आधार पर ज्ञात कर सकते हैं|
resistors की तीसरी पट्टी C, 10 के घात को प्रदर्शित करती है| जिसे की पट्टी A,B से प्राप्त 2 अंकों की संख्या के साथ गुना कर देते हैं|


  Resistor tolerance  

resistor पर की चौथी पट्टी resistor के सहनशीलता tolerance) को प्रदर्शित करती है|
यह सहनशीलता प्रतिशत (%) में होती है|
जब यह पट्टी सोने( Gold) के रंग की होती है तो resistor की सहनशीलता ±5% होती है|
±5%  सहनशीलता का अर्थ यह हुआ कि resistor का जो मान है, उसमें 5% तक की कमी या 5% तक की वृद्धि हो सकती है|
इसी प्रकार सिल्वर रंग की पट्टी  के लिए resistor की सहनशीलता ±10% होगी|
जब resistor पर चौथी पट्टी पर कोई रंग नहीं दर्शाई गई होती है तो इसका अर्थ यह मान लिया जाता है कि resistor की सहनशीलता ±20% है|

  उदहारण – 

अब resistor के मान को ऊपर बताए गए नियम के अनुसार एक उदाहरण के द्वारा ज्ञात करने का प्रयास करेंगे|
 
चित्र - C
 चित्र C  में एक resistor दिया गया है जिस पर चार पट्टियाँ बनी हुई है|
  •  इसकी पहली पट्टी का रंग काला (black) है इसलिए resistor के मान का प्रथम अंक Resistor color code chart के अनुसार 0 होगा|
  • दूसरी पट्टी का रंग लाल (red) है इसलिए resistor के मान का दूसरा अंक 2 होगा|
  •  अब तीसरी पट्टी को देखते हैं तीसरी पट्टी इसकी हरे  (green)  रंग की है इसलिए Resistor color code chart के अनुसार 10 पर घात 5 होगा जिसे की 02 से गुणा कर देंगे|   अतः इस resistor का मान 02×10^5 ओम अर्थात 200000 ओम होगा |
  •  इसकी चौथी पट्टी चांदी रंग की है जो कि resistor की सहनशीलता को दर्शाती है, इसलिए resistor की सहनशीलता ±10% होगी|

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